वायु ने बदला रास्ता, गुजरात ने ली राहत की सांस, सौराष्ट्र में अब भी भारी बरसात की चेतावनी|
पिछले तीन-चार दिनों से भय और दहशत का माहौल बनाने वाले चक्रवाती तूफान 'वायु' ने आखिरी वक्त में अपना रास्ता बदलकर गुजरात और दीव के लोगों के साथ ही साथ केंद्र और राज्य सरकारों को बड़ी राहत दे दी। चक्रवात के ओमान की तरफ बढ़ जाने से फिलहाल खतरा टल गया है। लेकिन सौराष्ट्र में आगामी 24 घंटे में भारी बरसात की चेतावनी दी गई है।
कुछ तटवर्ती इलाकों में भारी बारिश शुरू भी हो गई है। राज्य सरकार ने पहले ही निचले इलाकों से तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। भारत लौटते ही पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से फोन पर हालात की जानकारी ली।
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मुख्यमंत्री रूपाणी ने गांधीनगर में हाई पावर कमेटी की बैठक में चक्रवात के हालात की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि चक्रवात का खतरा टल गया है, लेकिन तटीय जिलों में प्रशासन को अलर्ट रखा गया है।
मुख्य सचिव जेएन सिंह ने कहा कि भले ही खतरा टल गया है, लेकिन बचाव के लिए सभी उपाय शुक्रवार सुबह तक यथावत बने रहेंगे। सरकार ने द्वारका, पोरबंदर, वेरावल, सोमनाथ व अमरेली में दस इंच से अधिक वर्षा की चेतावनी के चलते सुरक्षा व बचावकर्मियों को शुक्रवार सुबह तक अपनी जगह पर ही बने रहने के निर्देश दिए हैं।
चक्रवात के असर से बीते 24 घंटे में राज्यभर के मौसम में बदलाव आया है। सौराष्ट्र के तटवर्ती क्षेत्रों में तेज आंधी चल रही है और समुद्र में 20 से 25 फीट ऊंची की लहरें उठ रही हैं। चक्रवात के प्रभाव से गुजरात के साथ ही राजस्थान में तेज अंधड व भारी बरसात होने की आशंका है।
राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पंकज कुमार ने बताया कि यह अति भयानक चक्रवात है, जब तक पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो जाते तब तक सरकार व प्रशासन अलर्ट पर है। समुद्र तटों पर सबसे खतरनाक 9 नंबर का सिग्नल लगाया जा चुका है।
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